आतंकी संगठन ISIS की खुरासान पर प्रतिबंध

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने ISIS खुरासान पर प्रतिबंध लगा दिया है. अल-कायदा से संबंध रखने और अफगानिस्तान और पाकिस्तान में कई हमले कराने के लिए इस संगठन पर पाबंदी लगाई गई है. सुरक्षा परिषद की 1267 अल कायदा प्रतिबंध समिति ने 14 मई को इस्लामिक स्टेट इन इराक एंड द लिवांट-खुरासान (ISIS-K) के खिलाफ प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया.

उल्लेखनीय है कि हाल ही में UNSC ने पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद के सरगना मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित किया था. मसूद ने 2001 में संसद और इसी साल 14 फरवरी को पुलवामा समेत भारत में कई आतंकी हमले कराए थे.

प्रतिबंध का असर
प्रतिबंध के बाद संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों में इस संगठन की संपत्तियां जब्त कर ली जाएंगी. उसके सदस्यों के आने-जाने पर पाबंदी के साथ ही उसे किसी भी तरह से हथियारों की सप्लाई पर भी रोक लग जाएगी.

ISIS खुरासान (ISIS-K) क्या है?
ISIS खुरासान, आतंकी संगठन ISIS की दक्षिण एशिया शाखा है. यह आतंकी संगठन भारत समेत दक्षिण एशिया में पैर जमाने की कोशिश कर रहा है. इस संगठन को ISIS की दक्षिण एशियाई शाखा, इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत और साउथ एशिया चैप्टर ऑफ ISIL जैसे नामों से भी जाना जाता है.

सुरक्षा परिषद की प्रतिबंध समिति के मुताबिक तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के एक पूर्व कमांडर ने 10 जनवरी, 2015 को ISIS-K का गठन किया. उसके बाद अल कायदा समेत दूसरे संगठनों के बचे-खुचे आतंकी सरगना भी इस संगठन में शामिल हो गए थे. इन सभी ने IS सरगना अबु बक्र अल बगदादी के प्रति अपनी निष्ठा जताई थी. बगदादी ने भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, रूस समेत दक्षिण एशिया के कई देशों को मिलाकर खुरासान प्रांत बनाने की घोषणा की थी.