SCO शिखर सम्मेलन 2019

शंघाई सहयोग संगठन (SCO) देशों का शिखर सम्मेलन 13-14 जून को किर्गिज़स्तान की राजधानी बिश्केक में आयोजित की गयी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व किया. SCO के पूर्णकालिक सदस्य के रूप में भारत की यह दूसरी शिखर वार्ता थी. इस बैठक में आतंकवाद, व्‍यापार, रक्षा-सुरक्षा, आपसी सहयोग और विश्व के समक्ष उभरती नई चुनौतियों पर बातचीत हुई. इस सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री मोदी ने चीन, रूस सहित किर्गिज़स्तान से द्विपक्षीय वार्ता की.

प्रधानमंत्री ने SCO क्षेत्र में स्थिरता और सुरक्षा के लिए शांतिपूर्ण, एकजुट, सुरक्षित और समृद्ध अफगानिस्तान को अहम कारक बताया और कहा कि संगठन मे इसके लिए रोडमैप तैयार हुआ है. जलवायु परिवर्तन की चुनौती से एकजुट होकर निपटने का अहवान भी प्रधानमंत्री ने किया.

सम्मेलन के दौरान 14 दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए गए इनमें, मादक पदार्थ निरोधी रणनीति क्षेत्रीय सहयोग, स्वास्थ्य और खेल से जुड़े दस्तावेज शामिल हैं.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और किर्गिस्तान के राष्ट्रपति सूरोनबाई जीन्बेकोव के बीच द्विपक्षीय वार्ता

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और किर्गिस्तान के राष्ट्रपति सूरोनबाई जीन्बेकोव ने 14 जून को द्विपक्षीय वार्ता की. यह वार्ता किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में हुई. प्रधानमंत्री शांघाई सहयोग संगठन (SCO) के सम्मेलन में शामिल होने के लिए बिश्केक पहुंचे थे.

भारत-किर्गिस्तान बिज़नेस फोरम का उद्घाटन

बिश्केक की इस यात्रा में प्रधानमंत्री मोदी और किर्गिस्तान के राष्ट्रपति सूरोनबाई जीन्बेकोव ने संयुक्त रूप से भारत-किर्गिस्तान बिज़नेस फोरम का उद्घाटन किया. दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री ने बिश्केक में ‘नमस्कार यूरेशिया ट्रेड शो’ के आयोजन की भी बात कही.

भारत-किर्गिस्तान समझौता ज्ञापन या सहमति-पत्र

भारत-किर्गिस्तान के बीच रक्षा, सुरक्षा, व्यापार और निवेश सहित कई द्विपक्षीय क्षेत्रों में समझौते हुए:

  1. स्वास्थ्य क्षेत्र: स्वास्थ्य पर्यटन, ई-हेल्थ के बारे में सूचनाओं का आदान-प्रदान करना, चिकित्सा अनुसंधान और किडनी, लिवर, कार्डियेक सर्जरी, चिकित्सा उपकरणों वितरण नियमन की सूचनाओं का आदान-प्रदान करना.
  2. मध्य एशिया: क्षेत्र में सुरक्षित पडोस और आतंकवाद के ख़िलाफ़ जंग.
  3. सूचना प्रौद्योगिकी: युवाओं के लिए अवसर निर्माण.
  4. रक्षा: सैन्य शिक्षण, प्रशिक्षण और संयुक्त सैन्य अभ्यास.

SCO बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वस्थ सहयोग के लिए ‘HEALTH’ फॉर्मूला दिया

शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वस्थ सहयोग के लिए ‘HEALTH’ फॉर्मूला दिया जिसका अर्थ है:

  1. H यानी स्वास्थ्य के क्षेत्र में सहयोग
  2. E यानी आर्थिक सहयोग
  3. A यानी वैकल्पिक ऊर्जा
  4. L यानी – साहित्य तथा संस्कृति
  5. T यानी आतंकवाद-मुक्त समाज और
  6. H यानी मानवीय सहयोग

शंघाई सहयोग संगठन (SCO): एक दृष्टि

शंघाई सहयोग संगठन (Shanghai Cooperation Organisation- SCO) यूरेशिया का राजनीतिक आर्थिक, और सैनिक संगठन है जिसकी स्थापना 2001 में शंघाई में चीन, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, तजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान के नेताओं ने मिलकर की थी.

एससीओ के सदस्य देश: फिलहाल इसमें आठ सदस्य देश हैं जो विश्व की करीब 42 फीसदी जनसंख्या और 20 प्रतिशत नियंत्रण जीडीपी का प्रतिनिधित्व करते हैं. रूस, चीन, किर्गिज गणराज्य, कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उजबेकिस्तान के राष्ट्रपतियों ने 2001 में शंघाई में एससीओ की नींव रखी थी. 24 जून 2016 को अस्ताना में आयोजित शिखर सम्मेलन में भारत और पाकिस्तान को भी औपचारिक तौर पर SCO का पूर्णकालिक सदस्य बनाया गया.

SCO का उद्देश्य: SCO का उद्देश्य सीमा विवादों का हल, आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई, क्षेत्रीय सुरक्षा को बढ़ाना और मध्य एशिया में बढ़ते बाहरी प्रभाव को कम करना है.