भारत का ‘मिशन शक्ति’ अभियान

भारत ने हाल ही में स्वदेशी उपग्रह-रोधी (एंटी-सेटेलाइट) मिसाइल ‘ए-सैट’ का सफल परीक्षण किया है. यह परीक्षण ‘मिशन शक्ति’ अभियान के तहत किया है. इस परीक्षण में अंतरिक्ष में 300 किमी दूर पृथ्वी की निचली कक्षा (लो अर्थ ऑर्बिट- LEO) में एक लाइव सैटेलाइट को मार गिराया है. यह लाइव सैटेलाइट एक पूर्व निर्धारित लक्ष्य था, जिसे एंटी-सैटेलाइट द्वारा मार गिराया. यह अभियान तीन मिनट में सफलतापूर्वक पूरा किया गया. इस एंटी-सैटेलाइट में DRDO के बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस इंटरसेप्टर का उपयोग किया गया है, जो अविरत बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस प्रोग्राम का हिस्सा है.

क्या होता है उपग्रह-रोधी मिसाइल?

उपग्रह-रोधी मिसाइल एक हथियार होता है जो सैन्य उद्देश्यों के लिए किसी देश के उपग्रहों को नष्ट करने के लिए डिजाइन किया जाता है. आज तक किसी भी युद्ध में इस तरह के हथियारों का उपयोग नहीं किया गया है.

लो अर्थ ऑर्बिट (LEO) क्या है?

लो अर्थ ऑर्बिट पृथ्वी की सतह से 160 किलोमीटर और 2,000 किलोमीटर के बीच ऊंचाई पर स्थित है. इसरो के गगनयान मिशन के तहत 2022 में भारत की ओर से जो तीन भारतीय अंतरिक्ष में भेजे जाएंगे, वे भी इस लो अर्थ ऑर्बिट में रहेंगे.

भारत बना अंतरिक्ष महाशक्ति

उपग्रह-रोधी मिसाइल के सफल प्रक्षेपण से देश विश्व में एक अंतरिक्ष महाशक्ति के रूप में उभरा है. इस मिसाइल का सफल परीक्षण करने वाला भारत विश्व का चौथा देश हो गया है. भारत से पहले यह क्षमता सिर्फ अमेरिका, चीन और रूस के पास यह क्षमता थी.

भारत का ‘मिशन शक्ति’ अभियान: एक दृष्टि

  • स्वदेशी उपग्रह-रोधी मिसाइल ‘ए-सैट’ के विकास को ‘मिशन शक्ति’ नाम दिया गया है.
  • ‘मिशन शक्ति’ अभियान भारतीय अन्तरिक्ष संगठन (ISRO) और डीआरडीओ के संयुक्त प्रयास के द्वारा पूरा किया गया है.

एंटी सैटेलाइट (ए-सैट) के फायदे

  • अगर दुश्मन राष्ट्र अंतरिक्ष में हथियारों या जासूसी उपग्रहों की तैनाती करते हैं तो भारत अब उनका मुकाबला कर सकता है.
  • भारत के पास भी क्षमता होने के कारण भारतीय उपग्रह को नुकसान पहुचाने से पहले कई बार सोचेगा.
  • युद्ध की स्थिति में यह मिसाइल टेक्नोलॉजी दुश्मन देश के सैटेलाइट को निशाना बना कर उसकी संचार व्यवस्था ध्वस्त कर सकती है.

अन्य देशों के प्रयास

अमेरिका: अमेरिका ने 1958 से 1959 के बीच बारह परीक्षण किए, लेकिन ये सभी असफल रहे थे. 21 फरवरी 2008 को अमेरिकी डिस्ट्रॉयर जहाज ने RIM-161 मिसाइल का प्रयोग कर अंतरिक्ष में USA-153 नाम के एक जासूसी उपग्रह को मार गिराया था.
रूस: रूस ने फरवरी 1970 में दुनिया का पहला सफल इंटरसेप्ट मिसाइल का सफल परीक्षण किया.
चीन: चीन ने 11 जनवरी 2007 को अपने खराब पड़े मौसम उपग्रह को मारकर यह क्षमता हासिल की थी.

प्रधानमन्त्री का राष्ट्र के नाम संबोधन

भारत द्वारा स्वदेशी उपग्रह-रोधी मिसाइल के सफल परीक्षण के बाद प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित किया. अपने संबोधन में प्रधानमन्त्री ने भारत के एक उत्कृष्ट अंतरिक्ष शक्ति के रूप में अपना नाम दर्ज किये जाने की बात कही. उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि किसी अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन नहीं करती है. भारत अब एक अंतरिक्ष महाशक्ति है. भारत की कार्रवाई किसी भी देश के खिलाफ निर्देशित नहीं की गई है.