आर्म्ड फोर्सेज स्पेशल आपरेशंस डिवीजन के पहले प्रमुख के रूप में मेजर जनरल एके ढींगरा की नियुक्ति

सरकार ने हाल ही में देश के तीनों सेनाओं का एक संयुक्त संगठन ‘आर्म्ड फोर्सेज स्पेशल आपरेशंस डिवीजन’ (AFSOD) का गठन किया है. इस डिवीजन के पहले चीफ के रूप में मेजर जनरल एके ढींगरा नियुक्त किये गये हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2018 में जोधपुर में आयोजित संयुक्त कमांडरों सम्मेलन में आर्म्ड फोर्सेज स्पेशल आपरेशंस डिवीजन को स्थापित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी.

मेजर जनरल एके ढींगरा
मेजर जनरल ढींगरा एक स्पेशल फोर्सेज के दिग्गज हैं और कुलीन 1 पैरा स्पेशल फोर्सेज रेजिमेंट से हैं. उन्होंने अमेरिका में स्पेशल ऑपरेशंस कोर्स भी किए हैं. मेजर ढींगरा श्रीलंका में इंडियन पीसकीपिंग फोर्स ऑपरेशन का भी हिस्सा थे.

आर्म्ड फोर्सेज स्पेशल आपरेशंस डिवीजन: एक दृष्टि

  • आर्म्ड फोर्सेज स्पेशल आपरेशंस डिवीजन, देश के तीनों सेनाओं का एक संयुक्त संगठन है.
  • इस त्री-सेना के गठन में थल सेना की पैराशूट रेजिमेंट, नौसेना की मार्कोस और वायु सेना के गरुड़ कमांडों बल के विशेष कमांडो शामिल होंगे.
  • यह पहली बार है जब तीनों सेनाएं एक कमांड और नियंत्रण बोर्ड के अंतर्गत काम करेंगी.
  • रक्षा मंत्रालय में चल रही चर्चा के अनुसार, इसका मुख्यालय आगरा या बैंगलोर में बनाया जाएगा.
  • देश के भीतर और बाहर आतंकवाद-विरोधी अभियान को शुरू करने के लिए इस डिवीजन का उपयोग किया जायेगा.