भारत और सिंगापुर के बीच ‘बोल्ड कुरुक्षेत्र-2019’ सैन्य अभ्यास
भारत और सिंगापुर के बीच ‘बोल्ड कुरुक्षेत्र-2019’ सैन्य अभ्यास 8 अप्रैल से 11 अप्रैल तक आयोजित किया जा रहा है. यह सैन्य अभ्यास झांसी के बबीना फील्ड फायरिंग रेंज में आयोजित किया गया है. यह ‘बोल्ड कुरुक्षेत्र’ सैन्य अभ्यास का 12वां संस्करण है.
इस सैन्य अभ्यास में सिंगापुर सशस्त्र बल और भारतीय सेना संयुक्त रूप से भाग ले रही है. इस सैन्य अभ्यास में भारतीय दल का प्रतिनिधित्व कर्नल एसपी सिंह और सिंगापुर के दल का प्रतिनिधित्व लेफ्टिनेंट कर्नल टोंग चोंग कियात कर रहे हैं.
भारत-सिंगापुर सैन्य संबंध
दक्षिण पूर्व एशिया में हिन्द महासागर और साउथ चाइना सी के बीच स्थित सिंगापुर को सामरिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. भारत और सिंगापुर के बीच पुराना सांस्कृतिक और व्यावसायिक संबंध रहा है. साल 2003 में भारत और सिंगापुर के बीच द्विपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किये गए. इस समझौते के तहत सैन्य सहयोग विस्तार, संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण, सैन्य तकनीक का विकास और समृद्धि को मजबूत बनाने की बातें शामिल हैं.
भारत श्रीलंका संयुक्त सैन्य अभ्यास मित्रशक्ति-VI
भारत और श्रीलंका के बीच वार्षिक संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘मित्रशक्ति-VI’ का 8 अप्रैल को समापन हो गया. यह युद्धाभ्यास 26 मार्च से 08 अप्रैल, 2019 तक श्रीलंका के दियातलावा में आयोजित किया गया था. दोनों देशों के बीच संयुक्त अभ्यास का यह छठा संस्करण था.
भारतीय सेना की टुकडी में बिहार रेजीमेंट का कंपनी समूह और इतनी ही क्षमता में श्रीलंका की सेना की जेमूनु वॉच बटालियन शामिल थी.
युद्धाभ्यास में मुख्य रूप से विद्रोही गतिविधियों और संयुक्त राष्ट्र के झंडे के तहत आतंकवादी कार्रवाईयों से निपटने के लिए टुकडि़यों को प्रशिक्षित करना और सुसज्जित करना था. भारत और श्रीलंका की सेनाएं संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में भी एक साथ कार्य करती हैं.
मित्रशक्ति सैन्य अभ्यास: एक दृष्टि
- मित्रशक्ति, भारत और श्रीलंका के बीच आयोजित होने वाली वार्षिक युद्धाभ्यास है. इसका आयोजन वर्ष 2012 से किया जा रहा है.
- यह अभ्यास भारत एवं श्रीलंका में बारी-बारी से आयोजित किया जाता रहा है.
- इसकी शुरुआत दक्षिण एशिया तथा हिन्द महासागर क्षेत्र में चीन के प्रभाव को कम करने के उद्देश्य से हुई थी.