वनमानुष बिन्नी

भारत के इकलौते वनमानुष ‘बिन्नी’ की ओडिशा के नंदनकानन जूलाजिकल पार्क में मौत हो गई. बिन्नी को 20 नवंबर 2003 को पुणे के राजीव गांधी जूलॉजिकल पार्क से नंदनकानन लाई गई थी. उस समय वह 25 साल की थी. पिछले कुछ समय से पशु चिकित्सक बिन्नी का इलाज कर रहे. पुणे से लाए जाने के बाद बिन्नी पार्क में अकेले ही रह रही थी. जू प्रशासन किसी भी पुरुष वनमानुष को लाने में असफल रहा था.

उल्लेखनीय है कि एक वनमानुष की औसत उम्र 40 साल होती है. वनमानुष मूल रूप से इंडोनेशिया और मलेशिया पाए जाते हैं. मौजूदा समय में ये सिर्फ बोर्निया और सुमात्रा के घने जंगलों में पाए जाते हैं.