‘नाग’ के उन्नत वर्जन का सफल परीक्षण

भारत ने 8 जुलाई को एंटी-टैंक मिसाइल ‘नाग’ के उन्नत (एडवांस) वर्जन का सफल परीक्षण किया. यह परीक्षण थार के रेगिस्तान (पोखरण फायरिंग रेंज) में किया गया. मिसाइल के सभी परीक्षण एकदम सटीक रहे.

एंटी-टैंक मिसाइल ‘नाग’: एक दृष्टि

  • ‘नाग’ एक एंटी-टैंक मिसाइल है, जिसका विकास DRDO (The Defence Research and Development Organisation) के भारत डॉयनामिक्स लिमिटेड ने किया है.
  • ‘नाग’ मिसाइल की मारक क्षमता 500 मीटर से 5 किमी तक है. यह 230 मीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से अपने लक्ष्य पर प्रहार करती है.
  • 42 किलोग्राम वजन वाली नाग मिसाइल 1.90 मीटर लम्बी होती है. यह मिसाइल एक बार में 8 किलोग्राम वारहैड लेकर जाती है.
  • नाग ‘सतह से सतह’ पर मार करने में सक्षम है. इस मिसाइल का एक ‘हवा से जमीन’ पर मार करने वाला ‘हेलिना’ वर्जन भी है. इसे हेलिकॉप्टर से दागा जाता है. हेलिना की रेंज दस किलोमीटर है.
  • नाग मिसाइल उड़ान भरने के बाद अपने ऑपरेटर के पास पूरे क्षेत्र के फोटो भी भेजती रहती है. इससे ऑपरेटर को क्षेत्र में मौजूद दुश्मन के टैंकों की सटीक संख्या पता चल जाती है.