प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दुनिया का सबसे शक्तिशाली नेता चुना गया
ब्रिटिश हेराल्ड के एक सर्वे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को साल 2019 में दुनिया का सबसे शक्तिशाली नेता चुना गया है. ब्रिटिश हेराल्ड के इस पोल में 25 से ज्यादा हस्तियों को शामिल किया गया था. इसमें दुनिया के अन्य शक्तिशाली नेताओं जैसे व्लादिमीर पुतिन, डोनाल्ड ट्रंप और शी जिनपिंग को भी जगह दी गई थी.
इस सर्वे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सबसे ज्यादा 30.9 प्रतिशत वोट मिले. ब्रिटिश हेराल्ड के पोल में मोदी के बाद दूसरे सबसे ताकतवर शख्स रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन रहे, जिन्हें 29.9 प्रतिशत वोट मिले. वहीं, 21.9 प्रतिशत लोगों ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को सबसे ताकतवर शख्स माना. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को 18.1 प्रतिशत वोट मिले. देश-विदेश में कई उपलब्धियां हासिल कर चुके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब दुनिया के सबसे शक्तिशाली नेता भी बन गए.
अमेरिका में कार्बन उत्सर्जन कम करने की योजना ‘एक्सेसिबल क्लीन एनर्जी’ को रद्द किया
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सरकार ने कार्बन उत्सर्जन को सीमित करने और कम प्रदूषण फैलाने वाले ऊर्जा स्रोतों के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए लाई गई ‘एक्सेसिबल क्लीन एनर्जी’ को रद्द कर दिया है. यह योजना पूर्व राष्ट्रपति बाराक ओबामा सरकार में लाई गयी थी.
इस योजना में नए निर्देशों में राज्यों को पॉवर प्लांट उत्सर्जन मानकों के लिए अपनी निजी योजनाएं विकसित करने का निर्देश दिया गया है, लेकिन इसमें प्रांतों के लिए कटौती के लक्ष्यों की बात नहीं की गई है. नए नियम के अनुसार, पॉवर प्लांट उत्सर्जन कम करने के लिए योजना विकसित करने के लिए राज्यों को तीन साल का समय दिया जाएगा.
इंडियाबुल्स हाउसिंग और लक्ष्मी निवास बैंक के विलय प्रस्ताव को CCI ने मंजूरी दी
भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने इंडियाबुल्स हाउसिंग और लक्ष्मी निवास बैंक के विलय प्रस्ताव को 20 जून को मंजूरी दे दी. अप्रैल 2019 में, लक्ष्मी विलास बैंक ने इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस के साथ विलय की घोषणा की थी. इसका उद्देश्य अधिक पूंजी आधार और व्यापक भौगोलिक पहुंच वाला उद्यम बनाना है.
विलय प्रस्ताव के तहत लक्ष्मी निवास बैंक के शेयरधारकों को प्रति 100 शेयर के बदले इंडियाबुल्स के 14 शेयर मिलेंगे. दोनों कंपनियों के विलय से बनने वाली संयुक्त इकाई में कर्मचारियों की संख्या 14,302 होगी और वित्त वर्ष 2018-19 के पहले 9 महीने की अवधि में उसका दिया गया कर्ज 1.23 लाख करोड़ रुपए होगा.
तेलंगाना में कालेश्वरम सिंचाई परियोजना राष्ट्र को समर्पित की गयी
तेलंगाना में कालेश्वरम परियोजना 21 जून को राष्ट्र को समर्पित कर दी गयी. तेलंगाना सरकार ने गोदावरी नदी पर 80 हजार करोड़ रुपये की लागत से यह सिंचाई परियोजना पूरी की है. इस परियोजना के शुरू हो जाने से राज्य में 40 लाख एकड़ से अधिक भूमि की सिंचाई होगी और राज्य के लगभग तीन चौथाई हिस्से में पीने के पानी की आपूर्ति होगी. इस परियोजना के तहत गोदावरी नदी से विभिन्न स्तरों में समुद्र तल से लगभग 600 मीटर तक पानी ऊपर पहुंचाया जाएगा.
महिला क्रिकेट को कॉमनवेल्थ गेम्स में शामिल किया गया
वर्ष 2022 में बर्मिंघम में होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स में महिला क्रिकेट को भी शामिल किया गया है. CGF (Commonwealth Games Federation) सदस्यों द्वारा अभी इस पर मंजूरी दी जानी बाकी है. इसे फैसले के लिए ICC के प्रयास शामिल है जिन्होंने महिला क्रिकेट को कॉमनवेल्थ गेम्स कार्यक्रम का हिस्सा बनाने के लिए काफी मेहनत की.
विश्व तीरंदाजी ने AAI के मसलों का हल निकालने की जिम्मेदारी अभिनव बिंद्रा को सौंपी
विश्व तीरंदाजी ने भारतीय तीरंदाजी संघ (AAI) के मसलों का हल निकालने की जिम्मेदारी अभिनव बिंद्रा को सौंपी है. विश्व तीरंदाजी ने चंडीगढ और नयी दिल्ली में दो समानांतर ईकाइयों के चुनाव के जरिये संविधान का उल्लंघन करने के लिये भारतीय तीरंदाजी संघ (AAI) को सूची से बाहर कर दिया था. बिंद्रा चयन समिति का हिस्सा होंगे जिसमें IOA महासचिव राजीव मेहता और खेल मंत्रालय का एक प्रतिनिधि भी होगा.
कपड़ों के पुनर्चक्रण के लिए एक कम कीमत वाली प्रभावी प्रक्रिया विकसित
ऑस्ट्रेलिया की डेकिन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने कपड़ों के पुनर्चक्रण के लिए एक कम कीमत वाली प्रभावी प्रक्रिया विकसित की है. इसके जरिए बेकार हो चुके डेनिम को फिर से इस्तेमाल हो सकने वाले सूती के कपड़ों बदला जा सकता है. कपड़ों के पुनर्चक्रण के लिए प्रक्रियाएं मौजूद हैं लेकिन वे निष्प्रभावी एवं महंगी होती हैं. शोधकर्ताओं ने बेकार डेनिम से विस्कस प्रकार के रेयॉन तैयार किए.
21 जून: विश्व संगीत दिवस
प्रत्येक वर्ष 21 जून को अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अलाबे विश्व संगीत दिवस (World Music Day) भी मनाया जाता है. इस दिवस का उद्देश्य लोगों को संगीत के प्रति जागरूक करना है ताकि लोगों का विश्वास संगीत से न उठे. विश्व संगीत दिवस को ‘फेटे डी ला म्यूजिक’ (Fête de la Musique) के नाम से भी जाना जाता है. पढ़ें पूरा आलेख…»