केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने ‘अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता केेंद्र विधेयक 2019’ को मंजूरी दी
केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने घरेलू एवं अंतर्राष्ट्रीय विवादों को निपटाने के लिए ‘अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता केेंद्र विधेयक 2019’ को मंजूरी दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में 13 जून को मंत्रिमंडल की बैठक इस आशय विधेयक को मंजूरी दी गयी. इसके लिए नयी दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता केेंद्र विधेयक 2019 को संसद के आगामी सत्र में पेश किया जाएगा. यह विधेयक इस संबंध में जारी किये गये अध्यादेश का स्थान लेगा. यह विधेयक के माध्यम से एक स्वायत्त एवं स्वतंत्र संस्थान गठित किया जायेगा.
भारतीय वायुसेना ने लापता विमान ‘AN-32’ के दुर्घटनाग्रस्त होने की पुष्टि की
भारतीय वायुसेना ने हाल ही में लापता हुए अपने विमान ‘AN-32’ के दुर्घटनाग्रस्त होने की पुष्टि की है. इस दुर्घटना में सभी 13 लोगों की मौत हो गयी है.
भारतीय वायुसेना का लापता विमान ‘AN-32’ विमान ने 3 जून को अरुणाचल प्रदेश के जोरहाट से मेचुका एडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड (चीन की सीमा से 29 किलोमीटर दूर) के लिए उड़ान भरी थी. उड़ान भरने के कुछ देर बाद ही इस विमान के संपर्क टूट गया था.
AN-32 विमान: एक दृष्टि
AN-32 भारतीय वायुसेना का एक सामरिक परिवहन विमान है. यह विमान 1984 से सेवा में कार्यरत्त है. इसकी गति 470 किलोमीटर प्रति घंटा है. यह अधिकतम 31,000 फीट की ऊंचाई तक उड़ सकता है.
साल 2024 तक सभी लोगों को स्वच्छ पेय-जल मुहैया कराने का लक्ष्य
केंद्र सरकार ने साल 2024 तक सभी लोगों को स्वच्छ पेय-जल मुहैया कराने का लक्ष्य रखा है. इसके तहत केन्द्रीय ‘जल शक्ति’ मंत्रालय देश के 14 करोड़ घरों तक साफ पेयजल पहुंचाने की योजना पर काम कर रही है. देश में करीब 14 करोड़ घर हैं जहां साफ पेयजल नहीं पहुंचा है.
सरकार के आंकड़ें के अनुसार उत्तर प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखण्ड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता 5% से भी कम है. सिक्किम देश का एकमात्र ऐसा राज्य है जहाँ पर 99% घरों में नल के द्वारा पानी पहुँचाया गया है.
केंद्र सरकार ने ‘जल शक्ति’ नाम से एक नए मंत्रालय का निर्माण किया है. इस मंत्रालय का निर्माण जल संसाधन, नदी विकास व पुनर्जीवन मंत्रालय व पेयजल व स्वच्छता मंत्रालय का विलय करके किया गया है. गजेन्द्र सिंह शेखावत इस मंत्रालय के मंत्री हैं.
12 जून: विश्व बाल-श्रम निषेध दिवस
प्रत्येक वर्ष 12 जून को विश्व बालश्रम निषेध दिवस (World Day Against Child Labour) मनाया जाता है. बाल मज़दूरी (Child Labour) के खिलाफ जागरूकता फैलाने और 14 साल से कम उम्र के बच्चों को इस काम से निकालकर उन्हें शिक्षा दिलाने के उद्देश्य से यह दिवस मनाया जाता है. इंटरनेशनल लेबर ऑर्गनाइजेशन (ILO) ने विश्व बालश्रम निषेध दिवस की शुरुआत वर्ष 2002 में की थी. पढ़ें पूरा आलेख…»