दूसरा बेल्ट एंड रोड फोरम

चीन के बेल्ट एंड रोड फोरम (BRF) का दूसरा संस्करण 27 अप्रैल को बीजिंग में आयोजित किया गया. इस आयोजन का विषय ‘बेल्ट एंड रोड कोऑपरेशन: शेपिंग ए ब्राइट शेयर्ड फ्यूचर’ था. इस फोरम में चीन की महत्वकांक्षी बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) पहल की समीक्षा की गयी. इस फोरम में 126 देशों तथा 29 अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने हिस्सा लिया.

चीन ने बेल्ट एंड रोड परियोजना से बांग्लादेश, चीन, भारत, म्यांमार आर्थिक गलियारा को हटाया
चीन ने अपनी बेल्ट एंड रोड परियोजनाओं की सूची से बांग्लादेश, चीन, भारत, म्यांमार (BCIM) आर्थिक गलियारा को हटा दिया है. BRF के दूसरे संस्करण के संयुक्त-पत्र में जिन परियोजनाओं की सूची का जिक्र किया गया है, उनमें इस गलियारे का उल्लेख नहीं है.

बेल्ट एंड रोड फोरम: एक दृष्टि

  • ‘बेल्ट एंड रोड फोरम’ चीन के बेल्ट एंड रोड परियोजना (BRI) का एक हिस्सा है.
  • चीनी राष्ट्रपति झी जिनपिंग ने BRI के विचार को सबसे पहले 2013 में प्रस्तावित किया था.

बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) क्या है?
बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) का उद्देश्य एशिया, यूरोप और अफ्रीका को सड़क तथा समुद्री मार्ग से जोड़ना है.
बेल्ट: बेल्ट के तहत चीन, मध्य एशिया, रूस तथा यूरोप को सड़क मार्ग से आपस में जोड़ा जायेगा. यह चीन को मध्य एशिया तथा पश्चिम एशिया के द्वारा फारस की खाड़ी तथा भू-मध्य सागर से जोड़ेगी. इसके अलावा यह चीन को दक्षिण-पूर्व एशिया, दक्षिण एशिया तथा हिन्द महासागर से जोड़ेगी.

रोड: रोड के तहत चीन से यूरोप को दक्षिण चीन सागर तथा हिन्द महासागर के द्वारा व्यापार को बढ़ावा दिया जाएगा.

भारत चीन के बेल्ट एंड रोड परियोजना का विरोध करता है
भारत ने चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा परियोजना का विरोध करते हुए सम्मेलन में हिस्सा नहीं लिया था. इसका मुख्य कारण चीन-पाकिस्तान आर्थिक कॉरिडोर (CPEC) द्वारा भारत की क्षेत्रीय संप्रभुता का उल्लंघन है. CPEC पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से होकर गुजरता है.