केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) प्रत्येक वर्ष 9 अप्रैल को ‘शौर्य दिवस’ मनाती है. इस वर्ष यानि 2019 में 54वां शौर्य दिवस है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इस अवसर पर नई दिल्ली के राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की.
शौर्य दिवस का इतिहास
1965 में आज के ही दिन CRPF की एक छोटी टुकड़ी ने गुजरात में कच्छ केरण में सरदार पोस्ट पर बहादुरी से लड़ते हुए पाकिस्तानी ब्रिगेड के हमले को नाकाम किया था. CRPF के जवानों ने पाकिस्तान के 34 सैनिकों को मार गिराया था और चार को जीवित पकड़ा था. इस लड़ाई में छह जवान शहीद हुए थे. इतिहास में पहली बार मुट्ठी भर जवानों ने शत्रु के पूरे सैन्य ब्रिग्रेड को करारी शिकस्त दी थी.
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF): एक दृष्टि
CRPF भारत में सबसे बड़ी केंद्रीय सशस्त्र अर्ध-सैनिक बल है. यह गृह मंत्रालय (MHA) के तहत काम करता है.
यह क्राउन प्रतिनिधि पुलिस के रूप में 27 जुलाई 1939 को अस्तित्व में आया. भारतीय स्वतंत्रता के बाद यह 28 दिसंबर 1949 को CRPF अधिनियम के लागू होने पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल बन गया.
CRPF का मुख्य कार्य पुलिस कार्रवाई में राज्य/संघ शासित प्रदेशों की सहायता, कानून-व्यवस्था और आतंकवाद के खिलाफ कार्यवाही करना है.